एक ढूंढो हज़ार मिलते हैं।
आदमी भी उधार मिलते हैं।।
मोहब्बत एक तरफा मत करना ,
उम्र भर इंतजार मिलते हैं ।।
हम उठाते हैं - उँगलियाँ जिन पर ,
खुद भी उनमें शुमार मिलते हैं ।।
जिनसे मिलने को मन नहीं करता ,
क्यों वही बार - बार मिलते हैं ।।
यूं ही मिलने से कुछ नहीं होता ,
गर नहीं मन - विचार मिलते हैं।।
डोलियाँ लुट रही हैं राहों में ,
लुटेरे खुद कहार मिलते हैं ।।
'सत्य' सब जानते हैं दुनियाँ में ,
फूल चाहो तो खार मिलते हैं ।।
Not sure its ur original or Copy paste.... Just want to say... Awsom...:) :)
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