Monday, 14 July 2014


ज्यादा नहीं है आमदनी ,ऊपर से टैक्स का भार 
आसान नहीं है नौकरी ,चलता नहीं है कारोबार 
महंगाई ने नींद उड़ाई ,भ्रष्टाचार ने छीना चैन 
मै हूं कॉमन मैन, मै हूं कॉमन मैन..........।
बार बार बढ़ जाते हैं डीजल पेट्रोल के दाम 
अब तो रसोई गॅस पर भी लग गई है लगाम 
बढ़ती हुई महंगाई है भ्रष्टाचार की देन
मै हूं कॉमन मैन, मै हूं कॉमन मैन..........।
होता नहीं काम किसी एजेंट के बिना 
दाखिला नहीं होता डोनेशन के बिना
स्कूल की ऊंची फीस ने कर दिया है बेचैन
मै हूं कॉमन मैन, मै हूं कॉमन मैन..........।
मकान नही खरीद सकते लोन के बगैर
ऊपर से होता है ब्लॅक व्हाइट का चक्कर
सोच सोच कर गरम हो जाता है ब्रेन
मै हूं कॉमन मैन, मै हूं कॉमन मैन..........।
हर चीज़ मे मिलावट ,पेकेट मे कम मात्रा
हर जगह है खतरा,सुरक्षित नहीं है यात्रा
खतरे से खाली नहीं बस हो या ट्रेन
मै हूं कॉमन मैन, मै हूं कॉमन मैन..........।
लम्बी-लम्बी कतारें ,बड़ा बुरा है हाल
बसे भरीं ,ट्रेन भरीं हैं ,भरे हैं अस्पताल
आबादी यूं ही बढ़ती रही तब क्या होगा मैन
मै हूं कॉमन मैन, मै हूं कॉमन मैन..........।
बात-बात पे पंगा ,होता रहता है दंगा
हर काम मे लगता है कोई न कोई अड़ंगा
ऐसी हालत देख कर ,भर आए मेरे नैन
मै हूं कॉमन मैन, मै हूं कॉमन मैन..........।

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